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डॉ. देवेंद्र कौशिक |
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजय ऋषीश्वर के अनुसार, 3 मार्च 2025 की रात करीब डेढ़ बजे दीक्षा लोधी पत्नी प्रिंस लोधी ने एक पुत्र को जन्म दिया, जिसका वजन मात्र 1 किलो 300 ग्राम था। बच्चे की हालत अत्यंत गंभीर होने के कारण उसे 108 एम्बुलेंस के माध्यम से तत्काल जिला चिकित्सालय के एसएनसीयू में भर्ती किया गया। यहां डॉ. बृजेश मंगल और विशेष रूप से डॉ. देवेंद्र कौशिक के नेतृत्व में नवजात का उपचार प्रारंभ किया गया। इलाज के दौरान नवजात ने दो बार सांस लेना बंद कर दिया, लेकिन डॉ. कौशिक और उनकी टीम की सूझबूझ तथा त्वरित चिकित्सकीय प्रतिक्रिया से बच्चे की जान बचा ली गई। ना केवल बच्चे की श्वसन क्रिया को नियंत्रित किया गया बल्कि उसे पूर्ण उपचार देकर सुरक्षित रूप से डिस्चार्ज भी कर दिया गया। डॉ. देवेंद्र कौशिक की इस मानवीय संवेदनाओं से भरी तत्परता और उत्कृष्ट चिकित्सकीय सेवा के लिए उन्हें विशेष रूप से सराहा जा रहा है। यह घटना जिला अस्पताल शिवपुरी की उन्नत सुविधाओं और अनुभवी डॉक्टरों की गुणवत्ता का प्रमाण है, जो हर वर्ष हजारों नवजातों को जीवनदान देने में सफल हो रही है।